गुरुवार, 29 सितंबर 2016

Destiny

Destiny simply depends on the strength of your dreams.

If you cry at trouble it grows double

and

if you laugh at trouble it disappears like a bubble..

कामयाबी

              
*कामयाबी कभी बड़ी नहीं होती,*
         पाने वाले हमेशा बड़े होते है !
*दरारे कभी बड़ी नहीं होती,*
         भरने वाले हमेशा बड़े होते है !
*सम्बध  कभी बड़े नहीं होते,*
         निभाने वाले हमेशा बड़े होते हैं।।
*कोई वादा ना कर, कोई इरादा ना कर;*
*ख्वाहिशों में खुद को आधा ना कर;*
*ये देगी उतना ही जितना लिख दिया खुदा ने;*
*इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर।।*
*जिन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेके आती है।*
*और जिन्दगी की हर शाम कुछ तर्जुबे देके जाती हैं।                                      
            *जो सफर की*
            *शुरुआत करते हैं,*
         *वे मंजिल भी पा लेते हैं.*
                   *बस,*
            *एक बार चलने का*
         *हौसला रखना जरुरी है.*
                 *क्योंकि,*
          *अच्छे इंसानों का तो*
     *रास्ते भी इन्तजार करते हैं..*
*जिंदगी बहोत छोटी है*
          *जो हमसे अच्छा व्यवहार करते है उन्हें*
               *"धन्यवाद" कहो...*
                 *और*
*जो हमसे अच्छा व्यवहार नही करते*
          *उन्हें "मुस्कुराकर" माफ़ कर दो...!!!          
 

आदत

  वक्त की एक आदत बहुत
                 अच्छी है,
        जैसा भी हो,  गुजर जाता है!
            “कामयाब इंसान खुश
                  रहे ना रहे,
        खुश रहने वाला इंसान कामयाब
              जरूर हो जाता है

जीवन

“जब मै किसी को ये कहते हुए सुनता हु की, ‘जीवन  बहुत कठिन है’, मै हमेशा ये पूछने के उत्सुक रहता हु की, ‘जीवन की तुलना किससे की?”

संतो की वाणी

संतो की वाणी
कोई भी "आँख "से "काजल "चुरा नहीं सकता
विधि ने जो है" लिखा "वो "मिटा "नहीं सकता
ये "जिंदगी 'का "दीया "भी 'अजीब" "दीपक" है
जो "बुझ" गया तो कोई" फिर "जला" नहीं सकता
"बुराई" चीज ही ऐसी है "सब" में होती है
कोई "गुणो "को किसी के" चुरा "नहीं सकता
"सतगुरु" तो सभी के" दिलो" में "निवास" करते है
कोई किसी को "मगर "दिल "दिखा नहीं सकता
"सतगुरु" के "सिवा" भव "से "पार" कोई भी "लगा "नहीं सकता "l

प्रभातपुष्प

॥ प्रभातपुष्प॥

'रिश्ते’ और ‘रास्ते’ के बीच,
एक अजीब रिश्ता होता है।
कभी 'रिश्तों' से 'रास्ते' मिल जाते है,
और कभी
'रास्तों' में 'रिश्ते' बन जाते हैं!
इसीलिए चलते रहिये और रिश्ते निभाते रहिये
खुशियाँ तो चन्दन की तरह होती हैं, दूसरे के माथे पे लगाओ तो अपनी उंगलियाँ भी महक जाती हैं..✒

शुभदिन

शपथ

सत्य को कहने के लिए,
किसी शपथ की जरूरत नहीं होती।
            नदियों को बहने के लिए,
किसी पथ की जरूरत नहीं होती।
                 जो बढ़ते हैं जमाने में,
    अपने मजबूत इरादों पर,
उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए,
      किसी रथ की जरूरत नहीं होती।

       

समझदार

इंसान समझदार तब नहीँ होता जब वह बड़ी बड़ी बाते करे।
वह समझदार तब होता है जब वह छोटी छोटी बाते समझने लगे।।
      

मंगलवार, 27 सितंबर 2016

मतलब

"मतलब" बहुत वजनदार होता है...

"निकल जाने के बाद हर रिश्ते को हल्का कर देता है

शपथ

सत्य को कहने के लिए,
किसी शपथ की जरूरत नहीं होती।
            नदियों को बहने के लिए,
किसी पथ की जरूरत नहीं होती।
                 जो बढ़ते हैं जमाने में,
    अपने मजबूत इरादों पर,
उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए,
      किसी रथ की जरूरत नहीं होती।

       

आदत

  वक्त की एक आदत बहुत
                 अच्छी है,
        जैसा भी हो,  गुजर जाता है!
            “कामयाब इंसान खुश
                  रहे ना रहे,
        खुश रहने वाला इंसान कामयाब
              जरूर हो जाता है

गिरे

न मै गिरा और न मेरी उम्मीदों के मिनार गिरे..

पर कुछ लोग मुझे गिराने मे कई बार गिरे........

श्याम  साँवरे. ..

तुने क्या पिलाया हें ,
                    आँखों के पैमाने से...
मेरे श्याम  साँवरे. ..
बन्धन टूट गए सारे ,
               मेरे इस ज़माने से..
तेरे ख्याल में, डूबा मैं कन्हैया ..
के लोगो ने पहचाना मुझे ,
            ;;;;तेरा नाम बताने से.

जय जय श्री श्याम

श्याम

जब गमाे ने तुमकाे घेरा हाे .  ....
तुम हाल "" श्याम काे ""सुना देना !!

जब दुनिया तुमसे मुँह माेडे तो .....
तुम अपने "" श्याम काे ""मना लेना !!

जब अपने तुमकाे ठुकरा दे तो ... .
तुम "" श्याम के ""दर काे अपना लेना!!

अगर काेई तुमकाे रुलाये तो.....
तुम "" श्याम गीत ""गुन गुना लेना !!

मेरे श्याम ताे करुणा
के सागर है
तुम डुबकी उस मे लगा लेना !!
जय श्री श्याम
 

समय

*"समय बहाकर* ले जाता है
            *नाम और निशान*...
कोई *हम* में रह जाता है
            कोई *अहम* में रह जाता है..

बोल मीठे ना हों तो *हिचकियाँ* भी नहीं आती....
*घर बड़ा हो या छोटा*,
अगर *मिठास* ना होंतो *इंसान* क्या,
*चींटियां* भी नहीं आती"...!