सुकून उतना ही देना,
प्रभु जितने से जिंदगी चल जाए,
औकात बस इतनी देना, कि,
औरों का भला हो जाए,
रिश्तो में गहराई इतनी हो, कि,
प्यार से निभ जाए,
आँखों में शर्म इतनी देना, कि,
बुजुर्गों का मान रख पायें,
साँसे पिंजर में इतनी हों, कि,
बस नेक काम कर जाएँ,
बाकी उम्र ले लेना, कि,
औरों पर बोझ न बन जाये ...............!!!
शुभ वाणी सुभाषितानि प्रेरक प्रसंग धार्मिक पथप्रदर्शक नैतिक कथन Good morning evening night messages wishes for birthday. Moral teachings devotional religious
शनिवार, 29 अक्टूबर 2016
सुकून
शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016
चालाक लोग
आवश्यकता से अधिक चालाक लोग न केवल दूसरों को आवश्यकता से अधिक मूर्ख समझते है बल्कि दूसरों को मूर्ख बनाने के प्रयास में अंततः स्वयं मूर्ख बनते है।
नाम और निशान
*"समय बहाकर* ले जाता है
*नाम और निशान*...
कोई *हम* में रह जाता है
कोई *अहम* में रह जाता है..
बोल मीठे ना हों तो *हिचकियाँ* भी नहीं आती....
*घर बड़ा हो या छोटा*,
अगर *मिठास* ना होंतो *इंसान* क्या....
..... *चींटियां* भी नहीं आती"...!!!
षड्यंत्र
एक समय था जब " मंत्र " काम करते थे !
उसके बाद एक समय आया जिसमें " तंत्र " काम करते थे...
फिर समय आया जिसमे " यंत्र " काम करते थे !और आज के समय में कितने दुःख की बात है,
सिर्फ
" षड्यंत्र " काम करते है...
जब तक "सत्य " घर से बाहर निकलता है.....
तब तक " झूठ " आधी दुनिया घूम लेता है...✍
गुरुवार, 27 अक्टूबर 2016
मददगार
दीया माटी का हो
या फिर सोने का
ये महत्व की बात नहीं है
परन्तु अंधेरे में प्रकाश
कितना देता है
ये महत्वपूर्ण बात है
उसी तरह कौन
गरीब है या अमीर
ये महत्व की बात नहीं
वक़्त पे कौन मददगार
बनता है ये महत्वपूर्ण बात है
मंगलवार, 25 अक्टूबर 2016
प्रेम
9*✍ सब को इकट्ठा*
*रखने की ताकत*
*प्रेम में है*
*और*
*सब को अलग*
*करने की ताकत*
*वहम में है।*
¸.•*""*•.¸
**
*""सदा मुस्कुराते रहिये""*
अहंकार
"मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो परंतु उसकी
परछाई सदैव काली होती है...!!
"मैं श्रेष्ठ हूं" यह आत्मविश्वास है,
लेकिन....
"सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूं" यह अहंकार है.!