People who change after change, will survive...
People who change with the change, will succeed...
People who cause the change, will lead...
शुभ वाणी सुभाषितानि प्रेरक प्रसंग धार्मिक पथप्रदर्शक नैतिक कथन Good morning evening night messages wishes for birthday. Moral teachings devotional religious
People who change after change, will survive...
People who change with the change, will succeed...
People who cause the change, will lead...
*मेहनत से उठा हूँ, मेहनत का दर्द जानता हूँ,_*
*आसमाँ से ज्यादा ज़मीं की कद्र जानता हूँ।*
*लचीला पेड़ था जो झेल गया आँधियाँ,*
_*मैं मग़रूर दरख़्तों का हश्र जानता हूँ।*
_*छोटे से बड़ा बनना आसाँ नहीं होता,*
*जिन्दगी में कितना ज़रुरी है सब्र जानता हूँ।*
*मेहनत बढ़ी तो किस्मत भी बढ़ चली,*
*छालों में छुपी लकीरों का असर जानता हूँ।*
*कुछ पाया पर अपना कुछ नहीं माना,*
_*क्योंकि आख़िरी ठिकाना मेरा मिट्टी का घर जानता हूँ।*
सज्जनता जीवन को शीतलता प्रदान करने वाली समीर है। सज्जनता के अभाव में जीवन उस जलते अंगारे के सामान है जो स्वयं तो जलता ही है मगर अपने संपर्क में आने वाले को भी जलाता है।
सज्जनता ही जीवन का आभूषण और श्रृंगार है। सोने की लंका में रहने वाला रत्न जडित सिंहासन पर आरुढ़, नानालंकारों को धारण करने वाले रावण का जीवन भी शोभाहीन है। और पर्वत पर पत्थर के ऊपर व पेड़ की डालों पर बैठे सुग्रीव, हनुमान जी सहित आदि वानरों व अँधेरी गुफा में वास करने वाले जामवंत का जीवन शोभायुक्त है।
जीवन की शोभा अलंकारों में नहीं अपितु आपके उच्च विचारों से है। सज्जनता रुपी आभूषण को धारण करो ताकि स्वर्ण आभूषणों के अभाव में भी आपका सौन्दर्य बना रहे।
जय श्री कृष्णा
जितना वक़्त हम मुश्किलों के आने पर फ़िक्र में गँवा देते है
उतना अगर उसको हल करने में लगा दे तो मुश्किल रहेगी ही नहीं l...
'' भगवान महावीर जी '' कहते हैं .....
पल में अमिर हैं ; पल में फकिर हैं;
अच्छे करम कर ले बंदे;
ये तो बस तकदीर हैं !!!
जो कुछ मिला हैं तुझे तेरा करम हैं ;
तुने बहुत कमाया , ये तेरा भरम हैं
ये तो विधाता कि खिंची लकीर हैं
पल में अमिर हैं; पल में फकिर है!!!
मैदान से हारा हुआ इंसान
फिर से जीत सकता हैं
पर
मन से हारा हुआ इंसान
कभी नहीं जीत सकता..।।
*जो मुस्कुरा रहा है,*
उसे दर्द ने पाला होगा...,
*जो चल रहा है,*
उसके पाँव में छाला होगा...,
बिना संघर्ष के इन्सान
चमक नहीं सकता, यारों...,
जो जलेगा उसी दिये से तो,
उजाला होगा...।
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है