'' भगवान महावीर जी '' कहते हैं .....
पल में अमिर हैं ; पल में फकिर हैं;
अच्छे करम कर ले बंदे;
ये तो बस तकदीर हैं !!!
जो कुछ मिला हैं तुझे तेरा करम हैं ;
तुने बहुत कमाया , ये तेरा भरम हैं
ये तो विधाता कि खिंची लकीर हैं
पल में अमिर हैं; पल में फकिर है!!!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें