सुकून उतना ही देना,
प्रभु जितने से जिंदगी चल जाए,
औकात बस इतनी देना, कि,
औरों का भला हो जाए,
रिश्तो में गहराई इतनी हो, कि,
प्यार से निभ जाए,
आँखों में शर्म इतनी देना, कि,
बुजुर्गों का मान रख पायें,
साँसे पिंजर में इतनी हों, कि,
बस नेक काम कर जाएँ,
बाकी उम्र ले लेना, कि,
औरों पर बोझ न बन जाये ...............!!!
शुभ वाणी सुभाषितानि प्रेरक प्रसंग धार्मिक पथप्रदर्शक नैतिक कथन Good morning evening night messages wishes for birthday. Moral teachings devotional religious
शनिवार, 29 अक्टूबर 2016
सुकून
शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016
चालाक लोग
आवश्यकता से अधिक चालाक लोग न केवल दूसरों को आवश्यकता से अधिक मूर्ख समझते है बल्कि दूसरों को मूर्ख बनाने के प्रयास में अंततः स्वयं मूर्ख बनते है।
नाम और निशान
*"समय बहाकर* ले जाता है
*नाम और निशान*...
कोई *हम* में रह जाता है
कोई *अहम* में रह जाता है..
बोल मीठे ना हों तो *हिचकियाँ* भी नहीं आती....
*घर बड़ा हो या छोटा*,
अगर *मिठास* ना होंतो *इंसान* क्या....
..... *चींटियां* भी नहीं आती"...!!!
षड्यंत्र
एक समय था जब " मंत्र " काम करते थे !
उसके बाद एक समय आया जिसमें " तंत्र " काम करते थे...
फिर समय आया जिसमे " यंत्र " काम करते थे !और आज के समय में कितने दुःख की बात है,
सिर्फ
" षड्यंत्र " काम करते है...
जब तक "सत्य " घर से बाहर निकलता है.....
तब तक " झूठ " आधी दुनिया घूम लेता है...✍
गुरुवार, 27 अक्टूबर 2016
मददगार
दीया माटी का हो
या फिर सोने का
ये महत्व की बात नहीं है
परन्तु अंधेरे में प्रकाश
कितना देता है
ये महत्वपूर्ण बात है
उसी तरह कौन
गरीब है या अमीर
ये महत्व की बात नहीं
वक़्त पे कौन मददगार
बनता है ये महत्वपूर्ण बात है
मंगलवार, 25 अक्टूबर 2016
प्रेम
9*✍ सब को इकट्ठा*
*रखने की ताकत*
*प्रेम में है*
*और*
*सब को अलग*
*करने की ताकत*
*वहम में है।*
¸.•*""*•.¸
**
*""सदा मुस्कुराते रहिये""*
अहंकार
"मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो परंतु उसकी
परछाई सदैव काली होती है...!!
"मैं श्रेष्ठ हूं" यह आत्मविश्वास है,
लेकिन....
"सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूं" यह अहंकार है.!
कैसे रहते थे
एक *नौजवान* ने अपने *दादा* से पूछा कि.... "दादा जी आप लोग पहले कैसे रहते थे ??
न कोई टेक्नोलॉजी , न जहाज, न कंप्यूटर, न गाड़ियां, न मोबाइल ।"
दादा जी ने जवाब दिया कि.. "जैसे तुम लोग आजकल रहते हो....
*न पूजा, न पाठ, न दया, न धरम, न लज्जा, न शरम* "।।
आशाएं
*"आशाएं ऐसी हो जो-*
*मंज़िल तक ले जाएँ,*
*"मंज़िल ऐसी हो जो-*
*जीवन जीना सीखा दे..!*
*जीवन ऐसा हो जो-*
*संबंधों की कदर करे,*
*"और संबंध ऐसे हो जो-*
*याद करने को मजबूर कर दे"*
*"दुनियां के रैन बसेरे में..*
*पता नही कितने दिन रहना है,*
*"जीत लो सबके दिलों को..*
*बस यही जीवन का गहना है*
मायूस
होकर मायूस न यूँ
शाम की तरह ढलते रहिये
जिंदगी एक भोर है
सूरज की तरह निकलते रहिये
ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे
धीरे धीरे ही सही मगर
लक्ष्य की ओर चलते रहिये।
*"हँसते रहिये हंसाते रहिये"*
एक खूबसूरत सोच
*: एक खूबसूरत सोच :*
*वृक्ष के नीचे पानी डालने से सबसे ऊंचे पत्ते पर भी पानी पहुँच जाता है ,*
*उसी प्रकार प्रेम पूर्वक किये गए कर्म परमात्मा तक पहुंच जाते हैं*।
*सेवा सभी की करिये मगर,आशा किसी से भी ना रखिये*
*क्योंकि सेवा का सही मूल्य भगवान् ही दे सकते हैं इंसान नहीं।
अनमोल वचन
अनमोल वचन
*1. परेशान ना हुआ करो सबकी बातों से.. कुछ लोग पैदा ही बकवास करने को होते हैं.*
*2. गलती उसी से होती है जो मेहनत से काम करता है, निकम्मों की ज़िंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने में खत्म हो जाती हैं.*
*3. पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है, लेकिन इंसान पैसे को ऊपर नही ले जा सकता.*
*4. तुम दुनिया में सबसे जीत सकते हो, सिवाय उस इंसान के… जो तुम्हारी खुशी के लिये, जानबूझकर हार जाता हो…*
*5. दूसरों को उतनी ही जल्दी क्षमा करों, जितनी जल्दी आप ऊपर वाले से क्षमा चाहते हैं.*
*6. लोग बुरे नहीं होते, बस आपके मतलब के नहीं होते इसलिए बुरे लगते हैं.*
*7. जिंदगी गुजर गई सबको खुश करने में जो खुश हुये वो अपने नही थे.*
*8. कोई मेरा दिल दुखाता है तो मैं चुप रहना ही पसंद करता हूँ.. Q कि मेरे जवाब से बेहतर वक़्त का जवाब होगा.*
*9. कुछ लोग ऊंचा उठने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार हो जाते हैं.*
*10. जमाना भी अजीब है ; यह नाकामयाब लोगों का मज़ाक़ उडाता है और कामयाब लोगों से जलता हैं.*
*11. तुम कब सही थे इसे कोई याद नही रखता, तुम कब गलत थे इसे कोई नही भूलता.*
*12. कौन बनता है किसी का.. तुम अपनी ही मिसाल ले लों.*
*13. खुद को “गलत” भी “सही” आदमी ही मान सकता हैं.*
*14. जब आप खुद को खुश करने के लिए किसी का अपमान कर रहे होते हैं.. दरअसल आप उस समय अपना सम्मान खो रहे होते हैं.*
*15. इंसान गलती कर के इतना दुखी नही होता जितना उन गलतियों के बारे में सोचकर होता हैं.*
*16. कौन क्या कर रहा हैं, कैसे कर रहा हैं, क्यों कर रहा हैं, इन सब से आप जितना दूर रहेंगे उतना ही खुश रहेंगे.*
*17. रिश्तों के बाजार में आजकल वो लोग हमेशा अकेले पाए जाते है जो दिल और जुबान के सच्चे होते हैं.*
*18. जो तुम्हारी बात सुनते हुए इधर-उधर देखे उस पर कभी विश्वास ना करो.*
*19. हम झुकते हैं Q कि हमे रिश्ते निभाने का शौक हैं, वरना गलत तो हम कल भी नही थे और आज भी नही हैं.*
*20. देखने का नजरिया सही होना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे स्कूल की पहली घंटी से नफरत होती है पर वही घंटी जब दिन की आखिरी हो तो सबसे प्यारी लगती हैं.*
*21. भूखा पेट, खाली जेब और झूठा प्रेम इंसान को बहुत कुछ सिखा जाता हैं.*
डगर-डगर
मान* मिले *सम्मान* मिले,
*खुशियों* का *वरदान* मिले.
*क़दम-क़दम* पर मिले *सफलता*,
*डगर-डगर* *उत्थान* मिले.
*सूरज* रोज *संवारे* दिन को,
*चाँद* मधुर *सपने* ले आये,
हर पल समय *दुलारे* आपको
*सदियों* तक पहचान मिले
smile
A smile is a curve that sets everything straight.
खराब मूड
सोचने वाली बात
✅अपने खराब *मूड* के समय
बुरे शब्द ना बोलें,
क्योंकि..
✅खराब *मूड* को
बदलने के बहुत मौके मिलेंगें
पर *शब्दों* को बदलने के नहीं।
खुश रहना चाहिए,
हमेशा खुश
रहना चाहिए,
क्योंकि
परेशान होने से
कल की
मुश्किल
दूर नही होती
बल्कि....
आज का सुकून
भी चला जाता
है !!
सिकंदर
"ऊँचा उठने के लिए पंखों की
ज़रुरत केवल पक्षियों को ही पड़ती है..
मनुष्य तो जितना विनम्रता से झुकता है ।
उतना ही ऊपर उठता है...
बस दिलों को जीतना ही मकसद रखना.
वरना दुनिया जीतकर भी
सिकंदर खाली हाथ ही गया था l
बङे लोगों का पांव
*कुछ लोगों को उंच्चाई पर पहुंचने की*
*इतनी जल्दी होती है कि वो...*
*छोटे लोगों का हाथ पकङने के बजाय*
*बङे लोगों का पांव पकङना पसंद करते हैं...*
सुप्रभात
शनिवार, 22 अक्टूबर 2016
अनुभव
अनुमान गलत हो सकता है पर
अनुभव कभी गलत नहीं होता
क्योंकि अनुमान हमारे मन की
कल्पना है और अनुभव हमारे
जीवन की सीख है जिसे हर पल
हर दम हम जीते है।
शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2016
रूह
हँसते हुए लोगो की संगत इत्र की दुकान जैसी होती है.....
कुछ ना खरीदो
फिर भी रूह महका देते है
आंसू
*दुःख में स्वयं की एक अंगुली*
*आंसू पोंछती है ;*
*और सुख में दसो अंगुलियाँ*
*ताली बजाती है ;*
*जब स्वयं का शरीर ही ऐसा*
*करता है तो*
*दुनिया से गिला-शिकवा*
*क्या करना...!!*
मिट्टी का मटका
_*मिट्टी का मटका*_
_*और*_
_*परिवार*_
_*दोनों एक जैसे ही हैं…*_
_*ऐसा इसलिए कि*_
_इसकी कीमत सिर्फ बनाने_
_वाले को ही पता होती है..;_
_तोड़ने वाले को नहीं…_?
_*दोनों ही टूटने के बाद*_
_*जुड़ने मुश्किल हैं..*_*!!*
हौसलें व विश्वास
..डाली से टूटा फूल फिर से
लग नहीं सकता है
मगर
डाली मजबूत हो तो उस पर
नया फूल खिल सकता है
उसी तरह ज़िन्दगी में
खोये पल को ला नहीं सकते
मगर
हौसलें व विश्वास से
आने वाले हर पल को खुबसूरत बना सकते हैं।
ब्याज
*"आप किसी की "प्रशंसा" कितना भी कर लें.!!*
*"किन्तु किसी का "अपमान" बहुत ही सोच समझकर करना चाहिये.!!*
*"क्योंकि अपमान वो ऋण है जो हर कोई अवसर*
*मिलने पर ब्याज सहित चुकाता अवश्य है ।
छलांग
'एक बुज़ुर्ग से किसी ने कहा तुम्हें *ईश्वर पर बहुत यक़ीन है,*
तो ऊँचे पहाड़ पर चढ़ कर *छलांग* लगा दो
देखते हैं कि तुम्हारा ईश्वर तुम्हें *बचाता है कि नहीं ?*
बुज़ुर्ग ने बहुत सुंदर जवाब दिया....
ये ईश्वर का काम है
कि *मुझे आज़माये,*
यह मेरा काम नही
कि मैं अपने *ईश्वर को आज़माऊ*".
गुरुवार, 20 अक्टूबर 2016
शब्द शब्द
*शब्द शब्द में, ब्रह्म है,*
*शब्द शब्द में, सार,*
*शब्द, सदा ऐसे कहो,*
*जिनसे, उपजे प्यार !!*
मन की बात
*दिखावटी रिश्ते रखने से..*
*रिश्ते ना रखना, और तन्हा रहना बेहतर है..✍*
*मन की बात कह देने से*
*फैसले हो जाते हैं*
*और*
*मन में रख लेने से*
*फासले हो जाते हैं*"
अल्फाज
"स्याही की भी मंजिल का अंदाज देखिये खुद ब खुद बिखरती है तो दाग बन जाती है ।
कोइ ओर बिखेरता है तो अल्फाज बन जाती है ।"
पांच बातें….
पांच बातें….
1.
कभी उसको Sorry मत बोलो जो आपको पसंद
करता हो
2.
कभी उसको Bye मत बोलो
जिसको तुम्हारी जरुरत हो
3.
कभी उस पर शक मत करो जो आप पर अपने आप से
ज्यादा भरोसा करता हो
4.
कभी उसे मत भूलाना
जो तुम्हें हमेशा याद रखता हो
5.
कभी उसे मत रूलाना
जिसने आप को रोता देखकर रो दिया हो..!!
Lovely message :
कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती
जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है…
जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा…
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
और
जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा…
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
भरी जेब ने ‘ दुनिया ‘ की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ‘ इन्सानो ‘ की.
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती हैl
किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ आया ..
..बोझ शरीर का नही साँसों का था..
सर झुकाने से Prathana अदा नहीं होती…!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए…
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ.
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर…
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना.
〰➰➰〰➰➰〰
प्रेम चाहिये तो
समर्पण खर्च करना होगा।
विश्वास चाहिये तो
निष्ठा खर्च करनी होगी।
साथ चाहिये तो
समय खर्च करना होगा।
किसने कहा रिश्ते
मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती
एक साँस भी तब आती है
जब एक साँस छोड़ी जाती हे
〰➰➰〰➰➰〰……
नेक लोगों की संगत
*नेक लोगों की संगत से*
*हमेशा भलाई ही मिलती हे,*
*क्यों कि*.....
*हवा जब फूलो से गुज़रती हे तो वो भी खुश्बुदार हो जाती हे*…!
*सुप्रभातम*
पंछी
पंछी अपने पैरो के कारण
जाल में फँसते हैं....
परन्तु इंसान अपनी
जुबान के कारण....!
ऊँचा उठने के लिए
पंखों की ज़रुरत केवल
पक्षियों को ही पड़ती है....
मनुष्य तो जितना विनम्रता से
झुकता है
उतना ही ऊपर उठता है...!!
प्रशंसा से पिंघलना मत
प्रशंसा से पिंघलना मत
आलोचना से उबलना मत
निस्वार्थ भाव से कर्म कर क्योंकि
इस धरा का
इस धरा पर
सब धरा रह जाऐगा
श्री कृष्णा ने बहुत बड़ी बात कही है,
ना जीत चाहिए,
ना हार चाहिए,
जीवन की सफलता के लिए केवल
*मित्र और परिवार*
चाहिए.
जिओ
अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ
जो *झुक* सकता है वह सारी
दुनिया को *झुका* सकता है
अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
तो बुरी आदत *समय बदल देती* है
चलते रहने से ही *सफलता* है,
रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है
*झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है
अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है
मुसीबत सब पर आती है,
कोई *बिखर* जाता है
और कोई *निखर* जाता है !!
शुभ प्रभात
आपका दिन मंगलमय हो
प्यार की डोर सजाये रखो
*प्यार की डोर सजाये रखो*
*दिल को दिल से मिलाये रखो*
*क्या लेकर जाना है साथ में*
*इस दुनिया से*
*मिठा बोल कर रिश्तो को बनाये रखो*
श्रृंगार
"स्वर्ण कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो किन्तु सुगंध पुष्प से ही आती है। श्रृंगार के लिये दोनों का ही जीवन मे महत्व है।
इसी तरह ज्ञान कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो, किन्तु उसकी सुगंध बिना आचरण के नही आ सकती।
संग्रह किए हुए ढेर सारे ज्ञान की अपेक्षा आचरण में उतरा हुआ रत्ती भर भी ज्ञान श्रेष्ठ है।"
सोमवार, 17 अक्टूबर 2016
निराश मत होना
*गीता मे साफ़ शब्दो मे लिखा है ,निराश मत होना ,कमजोर तेरा वक्त है ," तु " नही ....................*
*ये संसार "जरूरत" के नियम पर चलता है....*
*सर्दियो में जिस "सूरज" का इंतजार होता है, उसी "सूरज" का गर्मियों में तिरस्कार भी होता है.....*
*आप की कीमत तब तक होगी जब तक आपकी जरुरत है...!*
सुख सम्पत अर औदसा
1. सुख सम्पत अर औदसा , सब काहू के होय।
ज्ञानी कटे ज्ञान सूं , मूरख काटे रोय।।
अर्थ - सुख - सम्पति और बुरे दिन तो समयानुसार सभी के सामने आते रहते हैं, परन्तु ज्ञानी व्यक्ति बुरे दिनों को ज्ञान से काटता है और मूर्ख व्यक्ति उन्हें रोकर कर काटता है।
2. राम कहे सुग्रीव नैं , लंका केती दूर।
आलसियाँ अलधी घणी , उद्यम हाथ हजूर।।
अर्थ - राम चंद्र जी ने सुग्रीव से पूछा , " लंका कितनी दूर है ? " सुग्रीव ने तत्काल उत्तर दिया , " आलसी के लिए तो वह बहुत दूर है , परन्तु उद्यमी के लिए मात्र एक हाथ की दूरी पर ही है। अर्थात कर्म वीर के लिए जीवन में उद्यम का ऊँचा स्थान है। बिना उद्यम किसी को भी अपने जीवन में नहीं मिलती है।
3. कहा लंकपत ले गयो , कहा करण गयो खोय।
जस जीवन , अपजस मरण , कर देखो सब कोय।।
अर्थ - लंकापति रावण अपने साथ क्या ले गया और महारथी कर्ण ने संसार में क्या खोया ? सोने की लंका का स्वामी होते हुए भी रावण ने अपयश प्राप्त किया और महारथी कर्ण ने सोने का दान देकर यश प्राप्त किया ..... ....
तमीज़
*सच को तमीज़ ही नहीं*
*बात करने की.......*
*झूठ को देखो,*
*कितना मीठा बोलता है !!!*
शुक्रवार, 14 अक्टूबर 2016
Earning by clicking ads and sharing
और आप Unlimited Income करने के लिए Eligible हो जाए तो ?
वो भी Free मे ? ( No Joining Fees , No Hidden Charges , 100% Business)
जी हा , ChampCash के साथ जूडीए और $1.00 का Joining Bonus हाथो हाथ पाइए ( Offer सीमित समय तक ) .
इतना ही नही अगर आप Champcash को अपने किसी दोस्त को Refer करते हो और वो भी कुछ Apps Install करता है तो आपको उससे भी Income होगी , ओर Aage वो भी किसी को रेफर करता है तो उससे भी इनकम होगी , वो भी 7 Levels तक . => आईए जानते है आप अपना $1.00 का Bonus कैसे प्राप्त कर सकते है और Unlimited Income के लिए कैसे Eligible हो सकते है ? ?
1. Champcash को नीचे दिए हुए Link से Install करे.
2. Champcash मे अपना Account बनाए.
3. Challenge को Complete कीजिए ( 8-10 Apps को Install करना है ओर 1-2 Minute तक Open भी करना है )
4. Challenge Complete होते ही आपके Champcash Wallet मे $1 की Income आप देख सकोगे.
5. अब Unlimited Income कमाने के लिए Invite & Earn Menu मे जाइए ओर अपने सभी दोस्तो को Whatsapp, Facebook के ज़रिए Invite कीजिए => आईए जानते है आप Champcash मे Unlimited Income कैसे कर सकते है ?
1. अब Unlimited Income कमाने के लिए Invite & Earn Menu मे जाइए ओर अपने सभी दोस्तो को Whatsapp, Facebook के ज़रिए Invite कीजिए
2. Ek Friend को Refer करने पर (उसका Challenge Complete होने पर , सभी Apps Install करवाने पर) $0.30 - $1.00 (Rs. 20 सें Rs.60 ) तक Income होगी.
3. इतना ही नहीं अगर आपका दोस्त भी किसी को Refer करता को उससे भी आपको Income होगी … और आगे भी … 7 लेवल तक आप कमा सकते है
Here is All thing You ant to Know About ChampCash Please Watch All the videos to Earn Unlimited With us : ------------------------------- What is ChampCash Android App - Install Apps and Earn Unilimited (Hindi) https://www.youtube.com/watch?v=JNGRKYtAKKM -------------------------------- Vision of Champcash By Mahesh Verma - Founder Champcash : https://www.youtube.com/watch?v=LuSS_aBhEhI ------------------------------- How To Use Champcash Dashboard After Completing Challenge https://www.youtube.com/watch?v=4K8JAaSJlUw ------------------------------- How to Complete Champcash Challenge Full Tutorial https://www.youtube.com/watch?v=Aa6oOlwKfb4 -------------------------------- Champcash Full Plan Powerpoint PPT in English : https://drive.google.com/file/d/0B2JS00lJgijXRkRxdHJrYXJVdms/view?usp=sharing ------------------------------- Champcash Full Plan Powerpoint PPT in Hindi : https://drive.google.com/file/d/0B2JS00lJgijXbHRTUlRGOURQOVE/view?usp=sharing Registration के लिये इस लिंक पे Clickकरे ,या Copy करके सिर्फ Google Chrome Browser में Paste करे . Click: http://champcash.com/6740677 Sponsor ID : 6740677
विकल्प
विकल्प मिलेंगे बहुत,
मार्ग भटकाने के लिए,
संकल्प एक ही काफ़ी है,
मंज़िल तक जाने के लिए
बुद्धि
इस संसार में....
सबसे बड़ी सम्पत्ति
"बुद्धि "
सबसे अच्छा हथियार
"धेर्य"
सबसे अच्छी सुरक्षा
"विश्वास"
सबसे बढ़िया दवा
"हँसी"
और आश्चर्य की बात कि "ये सब
निशुल्क हैं "
लड़ाइयाँ
“जीवन में खुशी का अर्थ लड़ाइयाँ लड़ना नहीं,बल्कि उन से बचना है।
कुशलतापूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है।”
क्योकि
"अभिमान"की ताकत फरिश्तो को भी"शैतान"बना देती है,और
"नम्रता"साधारण व्यक्ति को भी "फ़रिश्ता"बना देतीहै।
*हँसते रहिये हंसाते रहिये
*सदा मुस्कुराते रहिये
ओशो
जो तुम्हें धोखा दे, समझना की बड़ा गरीब है, तुमसे तो ज्यादा गरीब है, जो तुम्हारे साथ छल करे, कपट करे, समझना की बड़ा दिन है, तुमसे तो बड़ा भिखारी है, उस पर दया करना, उस पर करुणा करना, इसलिए नहीं की तुम्हारी दया और करुणा से वह बदल ही जायेगा, वह बदले या न बदले, लेकिन तुम बदल जाओगे, और असली बात यही है की तुम बदल जाओ।
ओशो
प्रेम को प्रार्थना बनाओ
धैर्य
*"माली प्रतिदिन पौधों को पानी देता है मगर फल सिर्फ मौसम में ही आते हैं* *इसीलिए* *जीवन* *में* *धैर्य* *रखें* *प्रत्येक चीज* *अपने समय पर होगी*
*प्रतिदिन* *बेहतर काम करे आपको* *उसका फल समय पर जरूर* *मिलेगा*।।"
Excellence
"Excellence has always been achievedby those who dared believethat something inside themis superior to circumstances" ...Believe in yourself.."
गर्जन
सुनूँ क्या सिंधु मैं गर्जन तुम्हारा,
स्वयं युगधर्म का हुँकार हूँ मैं
कठिन निर्घोष हूँ भीषण अशनि का,
प्रलय गांडीव की टंकार हूँ मैं.
वह प्रदीप जो दीख रहा है,
झिलमिल दूर नहीं है
थक कर बैठ गये क्या भाई!
मंजिल दूर नही।
हिम्मत ना हारना,
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,
पतझङ भी बसंत में बदल ही जाता है,
मेरे मन ! मुसीबत में हिम्मत ना हारना,
समय कैसा भी हो, गुजर ही जाता है ।
सुख
*सुख किसी वस्तु में नहीं है, वह मन के*
*भीतर है | यदि वस्तु में होता तो एक ही वस्तु*
*से एक आदमी सुखी व एक दु:खी न होता |*
याद आई
सागर को छुआ तो लहरो की याद आई
आसमा को छुआ तो तारो की याद आई
काँटो को छुआ तो फूलो की याद आई
मोबाइल को छुआ तो अपने दोस्त
की याद आ गइ
अनुपयोगिता
अनुपयोगिता से लोहा जंग खा जाता है ,
स्थिरता से पानी अपनी शुद्धता खो देता है…
इसी तरह निष्क्रियता मस्तिष्क की ताकत सोख लेती है।
*निरंतर सक्रिय रहें ।
रुख
प्रभु न किसी को दुःख देते है
न ही किसी को वो सुख देते है
जैसे जैसे है कर्म जिसके भी
उसकी तरफ वैसा ही रुख देते है
बुधवार, 12 अक्टूबर 2016
शानदार
*_जीवन को इतना शानदार बनाओ,की आपको याद करके किसी निराश व्यक्ति की आखों में भी चमक आ जाए..!!_* "
दर्दनाक
"राधे
"मौत" ने "जिंदगी" से एक सवाल पूछा:-
"क्या बात है की सभी लोग मुझसे नफरत करते है!
और तुमसे "प्रेम",,,,,?
"जिन्दगी" ने जबाब दिया:-
"क्योंकि मैं एक "खूबसूरत" / "सुनहरा झूठ" हूँ!
"और तुम एक "दर्दनाक" / "पीड़ादायक सच्चाई" हो!
एक बेहतरीन सोच
*एक बेहतरीन सोच*
*हर एक की सुनो*
*और हर एक से सीखो*
*क्योंकि हर कोई,*
*सब कुछ नही जानता*
*लेकिन हर एक*
*कुछ ना कुछ ज़रुर जानता हैं!*
*स्वभाव रखना है तो उस दीपक की तरह रखिये, जो बादशाह के महल में भी उतनी ही रोशनी देता है, जितनी की किसी गरीब की झोपड़ी में….*
सुप्रभात
विश्वास
"विश्वास किसी पर इतना करो कि वो तुम्हे छलते समय खुद को दोषी समझे
. और
प्रेम किसी से इतना करो कि उसके मन में सदैव तुम्हें खोने का डर बना रहे...!!
सदा मुस्कुराते रहिय
कर्म करो तो फल मिलता है,
आज नहीं तो कल मिलता है।
जितना गहरा अधिक हो कुँआ,
उतना मीठा जल मिलता है ।
जीवन के हर कठिन प्रश्न का,
जीवन से ही हल मिलता है।
""सदा मुस्कुराते रहिये""
औजार
लोहा नरम होकर औजार बन जाता है, सोना नरम होकर जेवर बन जाता है ! मिट्टी नरम होकर खेत बन जाती है, आटा नरम होता है तो रोटी बन जाती है !
ठीक इसी तरह अगर इंसान भी नरम हो जाये तो लोगो की दिलों मे अपनी जगह बना लेता है !
सदैव बेहतर की उम्मीद करे !
राम राम .... क्यों कहा जाता है?
*राम राम .... क्यों कहा जाता है?*
क्या कभी सोचा है कि बहुत से लोग जब एक दूसरे से मिलते हैं तो आपस में एक दूसरे को दो बार ही *“राम राम"* क्यों बोलते हैं ?
*एक बार या तीन बार क्यों नही बोलते ?*
दो बार *“राम राम"* बोलने के पीछे बड़ा गूढ़ रहस्य है
क्योंकि यह आदि काल से ही चला आ रहा है...
हिन्दी की शब्दावली में *‘र'* सत्ताइस्व्वां शब्द है,
*‘आ’* की मात्रा दूसरा और *‘म'* पच्चीसवां शब्द है...
अब तीनो अंको का योग करें तो 27 + 2 + 25 = *54*,
*अर्थात एक “राम”* का योग 54 हुआ.
*इसी प्रकार दो “राम राम”* का कुल योग 108 होगा।
हम जब कोई जाप करते हैं तो 108 मनके की माला गिनकर करते हैं।
*सिर्फ 'राम राम' कह देने से ही पूरी माला का जाप हो जाता है।*
*राम राम ...जी*
मैं
अयोध्या वापस आने पर मां कौशल्या ने श्रीराम से पूछा...
"रावण" को मार दिया ?
भगवन श्रीराम ने सुन्दर जवाब दिया...
महाज्ञानी, महाप्रतापी,
महाबलशाली, प्रखंड पंडित, महा
शिवभक्त, चारो वेदो के ज्ञाता, शिव ताण्डवस्त्रोत के रचयिता लंकेश को मैंने नहीं मारा,
उसे "मैं" ने मारा है।
Don't waste Food
रोटियां 3 दिन पुरानी थीं,
और भूख 4 दिन...
वो गरीब बड़े आराम से खा गया...
क्योंकि रोटी भूख के मुकाबले ताज़ी थी..
Don't waste Food
तमन्ना
तमन्ना ने जिंदगी के आँचल में सिर रख कर पूछा....
"मैं कब पूरी होउंगी"
जिंदगी ने हँसकर जवाब दिया
"जो पूरी हो जाये वो तमन्ना ही क्या!
बांटिये
हो सके तो मुस्कुराहट बांटिये,
रिश्तों में कुछ सरसराहट बांटिये !
नीरस़ सी हो चली है ज़िन्दगी बहुत,
थोड़ी सी इसमें श़रारत बांटिये !
जहाँ भी देखो ग़म पसरा है,आँसू हैं,
थोड़ी सी रिश्तों में हरारत बांटिये !
नहीं पूछता कोई भी ग़म एक-दूजे का लोगों में थोड़ी सी ज़ियारत बांटिये !
सब भाग रहे हैं यूँ ही एक-दूजे के पीछे,
अब सुकून की कोई इब़ादत बांटिये ! जीने का अंदाज़ न जाने कहाँ खो गया,
नफ़रत छोड़ प्यार प्रेम बांटिये !
ज़िन्दगी न बीत जाये यूँ ही दुख-दर्द में,
बेचैनियों को कुछ तो राह़त बांटिये...