सोमवार, 17 अक्टूबर 2016

निराश मत होना

*गीता  मे साफ़ शब्दो मे लिखा है ,निराश मत होना ,कमजोर तेरा वक्त है ," तु " नही ....................*
*ये संसार "जरूरत" के नियम पर चलता है....*
*सर्दियो में जिस "सूरज" का इंतजार होता है, उसी "सूरज" का गर्मियों में तिरस्कार भी होता है.....*
*आप की कीमत तब तक होगी जब तक आपकी जरुरत है...!*
 

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